चाहे लोग कहे हज़ार,
अपने कर्तव्य को आगे रखो आप,
लोगों का क्या है जनाब,
वो तो अच्छे को भी कहेंगे ख़राब।
दिन हो या रात,
अपनों को करो तुम याद,
रहो ख़ुश तुम भी खुद में,
और रहो ख़ुश आप भी अपनों के साथ।
शायद वो दिन आए कभी,
जब करना पड़े आपको मेरी याद,
पर अगर आ भी गया ऐसा दिन,
तो पाओगे आप मुझे अपने दिल के पास।
कभी देखा है आपने,
टहनी तने से अलग हो सुख जाते है,
पत्ती सूर्य के किरण के बग़ैर रूठ जाते हैं,
वैसे ही आपके बग़ैर ख़ुशियाँ का साथ मुझसे छूट गयी है।
प्यार करना और अपनाना,
दिल के है दो दरवाज़े,
एक रिश्ते में सिर्फ़ प्यार है,
दूसरे में प्यार के साथ है परिवार।
करो आप मुझे याद अपने दिल से मुझे …. बस एक बार।
कुणाल कुमार
Insta: @madhu.kosh
Telegram: https://t.me/madhukosh
Website: https://madhukosh.com