GITA WISDOM # 34 अपर्याप्तं तदस्माकं बलं भीष्माभिरक्षितम्।पर्याप्तं त्विदमेतेषां बलं भीमाभिरक्षितम्॥ भीष्म पितामह द्वारा रक्षित हमारी वह सेना सब प्रकार से अजेय है और भीम द्वारा रक्षित इन लोगों की यह सेना जीतने में सुगम है ॥10॥ ~ श्लोक 10 – अध्याय 1 – कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में सैन्य निरिक्षण A leader shall have confidenceContinue reading “FAITH IN ONE’S TEAM”
Tag Archives: awakening
NOBLE THOUGHTS # 28
Have a nice day!
THOUGHT FOR TODAY ~ 07
Have a great day…
DETACHMENT
GITA WISDOM # 33 असक्तिरनभिष्वङ्ग: पुत्रदारगृहादिषु।नित्यं च समचित्तत्वमिष्टानिष्टोपपत्तिषु॥ पुत्र, स्त्री, घर और धन आदि में आसक्ति का अभाव, ममता का न होना तथा प्रिय और अप्रिय की प्राप्ति में सदा ही चित्त का सम रहना॥9॥ Withdrawing from desire for possessions and family bondages, a manager with steadfast mind towards the worldly happenings (pleasant & unpleasant),Continue reading “DETACHMENT”
THE FIELD AND IT’S KNOWER
GITA WISDOM # 32 क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोरेवमन्तरं ज्ञानचक्षुषा ।भूतप्रकृतिमोक्षं च ये विदुर्यान्ति ते परम्॥ इस प्रकार क्षेत्र और क्षेत्रज्ञ के भेद को (क्षेत्र को जड़, विकारी, क्षणिक और नाशवान तथा क्षेत्रज्ञ को नित्य, चेतन, अविकारी और अविनाशी जानना ही ‘उनके भेद को जानना’ है) तथा कार्य सहित प्रकृति से मुक्त होने को जो पुरुष ज्ञान नेत्रों द्वाराContinue reading “THE FIELD AND IT’S KNOWER”
ROLE OF THE EXECUTIVE
GITA WISDOM # 31 उद्धरेदात्मनाऽत्मानं नात्मानमवसादयेत्।आत्मैव ह्यात्मनो बन्धुरात्मैव रिपुरात्मनः॥ ( आत्म-उद्धार के लिए प्रेरणा और भगवत्प्राप्त पुरुष के लक्षण ) अपने द्वारा अपना संसार-समुद्र से उद्धार करे और अपने को अधोगति में न डाले क्योंकि यह मनुष्य आप ही तो अपना मित्र है और आप ही अपना शत्रु है॥5॥ The chief executive shall endeavour toContinue reading “ROLE OF THE EXECUTIVE”
ATTITUDE OF A LEADER
GITA WISDOM # 30 विद्याविनयसम्पन्ने ब्राह्मणे गवि हस्तिनि।शुनि चैव श्वपाके च पण्डिताः समदर्शिनः॥ वे ज्ञानीजन विद्या और विनययुक्त ब्राह्मण में तथा गौ, हाथी, कुत्ते और चाण्डाल में भी समदर्शी (इसका विस्तार गीता अध्याय 6 श्लोक 32 की टिप्पणी में देखना चाहिए।) ही होते हैं॥18॥ The realized souls are disposed equally to the learned and nobleContinue reading “ATTITUDE OF A LEADER”
POSITIVE VIBES # 02
Have great time …
ROLE OF SMALL ENDEAVORS (KAIZEN)
GITA WISDOM #29 यनेहाभिक्रमनाशोऽस्ति प्रत्यवातो न विद्यते।स्वल्पमप्यस्य धर्मस्य त्रायते महतो भयात्॥ इस कर्मयोग में आरंभ का अर्थात बीज का नाश नहीं है और उलटा फलरूप दोष भी नहीं है, बल्कि इस कर्मयोग रूप धर्म का थोड़ा-सा भी साधन जन्म-मृत्यु रूप महान भय से रक्षा कर लेता है॥40॥ In the world of action, even minor orContinue reading “ROLE OF SMALL ENDEAVORS (KAIZEN)”
THE CORPORATE SOUL
GITA WISDOM #28 अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयमक्लेद्योऽशोष्य एव च।नित्यः सर्वगतः स्थाणुरचलोऽयं सनातनः॥ क्योंकि यह आत्मा अच्छेद्य है, यह आत्मा अदाह्य, अक्लेद्य और निःसंदेह अशोष्य है तथा यह आत्मा नित्य, सर्वव्यापी, अचल, स्थिर रहने वाला और सनातन है॥24॥ (Like the soul), the corporate shall remain unaffected and motionless, even when external forces try to push it down. It’s systemsContinue reading “THE CORPORATE SOUL”
THE FUNDAMENTAL TRUTH
GITA WISDOM #27 नासतो विद्यते भावो नाभावो विद्यते सतः।उभयोरपि दृष्टोऽन्तस्त्वनयोस्तत्वदर्शिभिः॥ असत् वस्तु की तो सत्ता नहीं है और सत् का अभाव नहीं है। इस प्रकार इन दोनों का ही तत्व तत्वज्ञानी पुरुषों द्वारा देखा गया है॥16॥ The earthly things have no permanence, even as the eternal truth is unassailable. The wise know this profound distinction.Continue reading “THE FUNDAMENTAL TRUTH”
NOBLE THOUGHTS # 22
Have a blissful sunday …
ANATOMY OF ACTIONS
GITA WISDOM #27 ज्ञानं ज्ञेयं परिज्ञाता त्रिविधा कर्मचोदना।करणं कर्म कर्तेति त्रिविधः कर्मसङ्ग्रहः॥ ज्ञाता (जानने वाले का नाम ‘ज्ञाता’ है।), ज्ञान (जिसके द्वारा जाना जाए, उसका नाम ‘ज्ञान’ है। ) और ज्ञेय (जानने में आने वाली वस्तु का नाम ‘ज्ञेय’ है।)- ये तीनों प्रकार की कर्म-प्रेरणा हैं और कर्ता (कर्म करने वाले का नाम ‘कर्ता’ है।),Continue reading “ANATOMY OF ACTIONS”
SUCCESS OF ENDEAVORS
GITA WISDOM #26 अधिष्ठानं तथा कर्ता करणं च पृथग्विधम्।विविधाश्च पृथक्चेष्टा दैवं चैवात्र पञ्चमम्॥ इस विषय में अर्थात कर्मों की सिद्धि में अधिष्ठान (जिसके आश्रय कर्म किए जाएँ, उसका नाम अधिष्ठान है) और कर्ता तथा भिन्न-भिन्न प्रकार के करण (जिन-जिन इंद्रियादिकों और साधनों द्वारा कर्म किए जाते हैं, उनका नाम करण है) एवं नाना प्रकार कीContinue reading “SUCCESS OF ENDEAVORS”
NOBLE THOUGHTS #21
“If eyes are windows to the soul, do we keep our eyes clean? Dirty windows mean we have something to hide.” Happy friday …