GITA WISDOM # 70Chapter 3 Verse 19 तस्मादसक्तः सततं कार्यं कर्म समाचर।असक्तो ह्याचरन्कर्म परमाप्नोति पुरुषः॥ श्लोक 19 – अध्याय 3 – कर्मयोग इसलिए तू निरन्तर आसक्ति से रहित होकर सदा कर्तव्यकर्म को भलीभाँति करता रह क्योंकि आसक्ति से रहित होकर कर्म करता हुआ मनुष्य परमात्मा को प्राप्त हो जाता है ॥19॥ An executive who dischargesContinue reading “EXECUTIVE STRESS”
Tag Archives: duty
FALSE PRETENCES OF SPIRITUALITY
GITA WISDOM # 51 दुःखमित्येव यत्कर्म कायक्लेशभयात्त्यजेत्।स कृत्वा राजसं त्यागं नैव त्यागफलं लभेत्॥ जो कुछ कर्म है वह सब दुःखरूप ही है- ऐसा समझकर यदि कोई शारीरिक क्लेश के भय से कर्तव्य-कर्मों का त्याग कर दे, तो वह ऐसा राजस त्याग करके त्याग के फल को किसी प्रकार भी नहीं पाता॥8॥ Actions involve efforts. IfContinue reading “FALSE PRETENCES OF SPIRITUALITY”
THE RIGHT WAY OF CHARITY
GITA WISDOM #20 दातव्यमिति यद्दानं दीयतेऽनुपकारिणे।देशे काले च पात्रे च तद्दानं सात्त्विकं स्मृतम्॥ Have a great day…
ROLE OF ACTION
GITA WISDOM #6 Have a great day!